रेजीडेंट डॉक्टर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल से बिगड़ी पीबीएम की हालत, सीनियर डॉक्टरों को ड्यूटी पर लगाया
अब रेजीडेंट डॉक्टर्स का पूर्ण कार्य बहिष्कार, इमरजेंसी, ओटी, आईसीयू, लेबर रूम भी छोड़ा
बीकानेर न्यूज़। रेजीडेंट डॉक्टर्स ने रविवार से पूर्ण कार्य बहिष्कार कर दिया है। रेजीडेंट्स ने डॉक्टरों की सुरक्षा सहित 8 सूत्री मांगें रखी हैं। बीकानेर, अजमेर, जोधपुर सहित कई शहरों में रेजीडेंट डॉक्टर्स ने आउटडोर, इनडोर, इमरजेंसी, आईसीयू सहित लेबर रूम का पूर्ण बहिष्कार कर दिया है। वहीं, इनके पूर्ण कार्य बहिष्कार से सोमवार से प्रदेशभर के अस्पतालों में हालात बिगड़ने की आशंका है, हालांकि, सीनियर चिकित्सकों ने व्यवस्था संभाल रखी है।
बीकानेर : 550 रेजीडेंट हड़ताल पर गए। यहां रेजीडेंट्स चिकित्सकों ने आउटडोर, इनडोर, कैजुअल्टी, आईसीयू में मरीजों को नहीं देखा।
जोधपुर: डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट ने ओपीडी, इनडोर, ओटी, इमरजेंसी, आईसीयू व लेबर रूम में काम नहीं किया।
अजमेर: ओपीडी में कई कमरों के ताले नहीं खुले। 35 डॉक्टर संयुक्त निदेशक कार्यालय से बुलवाए। डॉक्टर्स के अवकाश निरस्त किए।
रेजीडेंट्स के बार-बार हड़ताल पर जाने से सरकार और विभागीय अधिकारी नाराज हैं और सख्ती की जाएगी। एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने भी कहा कि रेजीडेंट की हड़ताल पूरी तरह से गलत है। वहीं, रेजिडेंट ने शनिवार रात से ही काम बंद कर दिया था।